शब्दों के भेद, परिभाषा उदाहरण सहित : हिंदी व्याकरण

शब्दों के भेद, परिभाषा उदाहरण सहित देखें

शब्दों के प्रमुख भेद इस प्रकार हैं 
१. संज्ञा 
२. सर्वनाम 
३. विशेषण 
४. क्रिया 
५. क्रिया विशेषण 
६. सम्बन्ध बोधक 
७. समुच्चय बोधक 
८. विस्मयादि बोधक ।

संज्ञा की परिभाषा
किसी व्यक्ति, वस्तु, स्थान या अवस्था के नाम को संज्ञा कहते हैं, जैसे - राम, लेखनी, पुस्तक, दिल्ली ।

हिन्दी भाषा में दो लिंग होते हैं -

Click Here

कारक की परिभाषा 
संज्ञा और सर्वनाम के जिस रूप से उनका सम्बन्ध वाक्य के अन्य शब्दों के साथ प्रकट किया जाए, उस रूप को कारक कहते हैं । कारक आठ प्रकार के होते है ।

Click Here

सर्वनाम की परिभाषा 
किसी वाक्य में जो शब्द संज्ञा शब्दों के स्थान पर प्रयोग में आते हैं, उन्हें सर्वनाम कहते हैं; जैसे - मोहन बोला, आज मैंने पूरा पाठ पढ़ लिया है ।

Click Here

विशेषण की परिभाषा 
जो शब्द किसी संज्ञा या सर्वनाम शब्दों की विशेषता प्रकट करते हैं, उन्हें विशेषण कहते हैं; जैसे - गाय हरी घास खाती है ।

Click Here

क्रिया की परिभाषा 
जिन शब्दों से किसी काम का करना या होना पाया जाता है, उन्हें क्रिया कहते हैं;

Click Here

वाच्य की परिभाषा 
वाच्य क्रिया के उस रूपान्तर को कहते हैं जिससे यह जाना जाता है कि क्रिया में कर्ता की प्रधानता है या कर्म अथवा भाव की प्रधानता है ।

Click Here

क्रिया विशेषण की परिभाषा 
जो शब्द वाक्य में क्रिया की विशेषता प्रकट करते हैं, वे क्रिया विशेषण कहलाते हैं; जैसे - वह जोर से रोता है ।

Click Here

सम्बन्धबोधक  की परिभाषा 
जो शब्द संज्ञा या सर्वनाम शब्दों का सम्बन्ध वाक्य के अन्य शब्दों के साथ प्रकट करते हैं, वे सम्बन्धबोधक कहलाते हैं;

Click Here

समुच्चयबोधक की परिभाषा 
जो शब्द दो वाक्यों या दो शब्दों को एक-दूसरे से जोड़ते हैं या अलग करते हैं; वे समुच्चयबोधक कहलाते हैं; जैसे - रमेश और राम बाग को गए ।

Click Here

और अधिक जानकारी  के लिए लिंक पर क्लिक करें। 

Click Here

हमारे फेसबुक पेज से जुड़े। 

Click Here

हमारी वेबसाइट
All In One Pathshala
से जुड़े। 

Click Here